ऊर्जा मंत्री तोमर ने लगाये उपभोक्ताओं को काल सेंटर से फोन पूछा शिकायत निबटी या नहीं , नहीं सुना तो हुये नाराज, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी, जबलपुर के कॉल सेंटर (निदान) का निरीक्षण किया

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी, जबलपुर के कॉल सेंटर (निदान) का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान कॉल सेंटर पर कार्यरत कर्मचारियों के वेतन सम्बन्धी विसंगतियां पायी।

काल सेंटर के कर्मचारीयों को 6 हजार रू से 9 हजार रू तक वेतन दिया जा रहा था जबकि शासन के नियमानुसार उन्हें 12 हजार रू प्रतिमाह वेतन दिया जाना चाहिये , इस विसंगति पर तोमर नाराज हुये और उन्होंनें इसे कर्मचारीयों का शोषण और उत्नीड़न कहा । ( उल्लेखनीय है कि म प्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पहले कार्यकाल में शिक्षकों को कम वेतन दिये जाने पर कहा था कि जब मैं एक स्कूल में निरीक्षण करने पूछा तो मैंने शिक्षक से पूछा कि बताओ गंगा कहां से निकलती है , तब शिक्षक ने कहा कि गंगा विंध्याचल से निकलती है , जब मैंने कहा कि गलत पढ़ा रहे हो , गंगा तो हिमालय और गंगोत्री से निकलती है , तब शिक्षक ने कहा कि दो हजार रूपल्ली देगी सरकार तो गंगा विंध्याचल से ही निकलेगी , फालतू में थोड़े ही गंगा कहीं और से निकलेगी )  

 श्री तोमर ने कहा कि शासन द्वारा तय दर से कर्मचारियों को कम वेतन देना कर्मचारियों का शोषण है, यह अमानवीय कृत्य बर्दाश्त योग्य नही है।

श्री सिंह ने वेतन विसंगतियों को लेकर दोषियों पर कार्यवाही हेतु प्रबन्ध संचालक को जांच करने एवं समुचित कार्यवाही कर अवगत कराने को निर्देशित किया है। 
ऊर्जा मंत्री प्रद्ययुम्न सिंह तोमर ने कॉल सेंटर  से उपभोक्ताओं को काल कर पूछा कि आपकी समस्या सुलझी या नहीं , आपकी शिकायत का निबटारा हो गया क्या , इस पर उपभोक्ताओं ने कहा कि नहीं , अभी तक समस्या जैसी की तैसी है और कोई भी नहीं आया शिकायत का निबटारा करने , यह सुनकर ऊर्जा मंत्री कर्मचारीयों और अधिकारीयों पर काफी नाराज हुये और कहा कि जब ये हाल है तो कोई क्यों हमें बिल भरने आयेगा । उन्होंने जिम्मेवार और दोषी अधिकारीयों के खिलाफ कार्यवाही के आदेश दिये । 

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